“टॉन्सिल्स में आराम पाने के 10 प्रभावी घरेलू तरीके – विज्ञान आधारित उपाय”
आजकल बदलते मौसम, प्रदूषण और गलत खानपान के कारण टॉन्सिल्स की समस्या आम हो गई है। टॉन्सिल्स गले के दोनों ओर मौजूद छोटे-छोटे लिम्फ नोड्स होते हैं जो संक्रमण से बचाते हैं। जब इन पर बैक्टीरिया या वायरस का हमला होता है, तो इनमें सूजन, लालिमा और दर्द हो सकता है।
हालाँकि गंभीर स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है, लेकिन शुरुआती या हल्की समस्या में कुछ घरेलू और विज्ञान-आधारित उपाय काफी राहत दे सकते हैं।
टॉन्सिल्स क्या हैं और क्यों सूजते हैं?
टॉन्सिल्स हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। यह गले में संक्रमण पैदा करने वाले जीवाणुओं और विषाणुओं को रोकते हैं।
लेकिन बार-बार संक्रमण या ठंडे-गर्म भोजन से इनकी सूजन बढ़ सकती है।
लक्षण:
-
गले में खराश
-
निगलने में दर्द
-
हल्का बुखार
-
गर्दन के पास ग्रंथियों का बढ़ना
टॉन्सिल्स में आराम के लिए विज्ञान आधारित 10 घरेलू उपाय
1. गर्म नमक वाले पानी से गरारे
-
नमक एंटी-बैक्टीरियल होता है।
-
1 गिलास गुनगुने पानी में ½ चम्मच नमक मिलाएँ।
-
दिन में 2-3 बार गरारे करने से सूजन और दर्द कम होता है।
2. गुनगुना पानी और हाइड्रेशन
-
पर्याप्त पानी पीने से गले की नमी बनी रहती है और बैक्टीरिया बढ़ने नहीं पाते।
-
ठंडे पेय से बचें।
3. हल्दी वाला दूध
-
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो सूजन और संक्रमण से लड़ता है।
-
रात को सोने से पहले 1 गिलास गुनगुना दूध + ¼ चम्मच हल्दी।
4. तुलसी और अदरक की चाय
-
तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट व एंटीवायरल गुण।
-
अदरक सूजन कम करता है।
-
5-6 तुलसी पत्ते + 1 इंच अदरक + 1 कप पानी, उबालकर छान लें।
-
दिन में 2 बार सेवन करें।
5. शहद और नींबू
-
शहद गले को कोटिंग देकर जलन व खराश कम करता है।
-
नींबू विटामिन-C से प्रतिरक्षा बढ़ाता है।
-
1 चम्मच शहद + 4-5 बूंद नींबू गुनगुने पानी में मिलाकर पिएँ।
6. भाप लेना (स्टीम)
-
भाप लेने से गले की सूजन कम होती है और बलगम साफ होता है।
-
1 बर्तन गर्म पानी में 1-2 बूंद यूकेलिप्टस ऑयल डालें और 5-7 मिनट भाप लें।
7. गरम सूप और हल्का आहार
-
दाल का सूप, वेजिटेबल सूप, खिचड़ी जैसे हल्के भोजन से गले पर दबाव नहीं पड़ता।
-
विटामिन-C युक्त फल (संतरा, अमरूद) प्रतिरक्षा बढ़ाते हैं।
8. धूम्रपान व शराब से परहेज
-
ये गले की झिल्ली को और चुभते हैं और सूजन बढ़ाते हैं।
9. आराम और नींद
-
शरीर को पर्याप्त आराम देने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
-
7-8 घंटे नींद लें।
10. प्रोबायोटिक दही
-
प्रोबायोटिक दही (curd) में गुड बैक्टीरिया होते हैं जो इम्युनिटी बढ़ाते हैं।
-
ठंडी दही न लें, सामान्य तापमान की लें।
बचाव के उपाय
-
बार-बार हाथ धोएँ।
-
दूसरों के बर्तनों से खाना न खाएँ।
-
ठंडे पेय या आइसक्रीम से बचें।
-
बच्चों में बार-बार टॉन्सिल्स होने पर डॉक्टर से चेक-अप कराएँ।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
-
तेज बुखार 101°F से अधिक।
-
गले में पस या सांस लेने में दिक्कत।
-
7 दिन से अधिक समस्या रहना।
निष्कर्ष
टॉन्सिल्स में सूजन एक सामान्य समस्या है, लेकिन समय रहते सही घरेलू व विज्ञान-आधारित उपाय करने पर यह जल्दी ठीक हो सकती है।
गर्म नमक वाले पानी से गरारे, हल्दी दूध, तुलसी-अदरक की चाय, भाप लेना, शहद-नींबू आदि सुरक्षित व असरदार उपाय हैं।
संतुलित आहार, पर्याप्त पानी और स्वच्छता से टॉन्सिल्स के संक्रमण से बचाव किया जा सकता है।
यदि लक्षण गंभीर हों तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है।

Comments
Post a Comment